Tuesday, March 5, 2019

नैंनो का ज़हर... Hindi Kavita... Hindi Poem... हिंदी कविता....


नैंनो से ज़हर पिलाया गया
बेवजह पीने बुलाया गया

उसका चेहरा और ज्यादा निखरा
अदाओं का रंग जब मिलाया गया

पराये लोगों से कोई शिकायत नहीं
अपनों द्वारा ही रुलाया गया

कितने चेहरे याद भीं नहीं अब
दोस्तों को ना भुलाया गया

क्या करूं तारीफ झूठे मुखौटे की
दाग न इसपर कोई दिखाया गया




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