तुम हो मेरी
मैं हूं तुम्हारा
इस जीवन में
मेरी कविता हो तुम
मैं सिर्फ तुम्हारा कवि
जहां देखूं वहां दिखती
सिर्फ तुम्हारी ही छवि... <२>
मैं कोरा कागज
तुम मेरी स्याही
आज मैं देता हूं
प्यार की गवाही... <३>
घनघोर अंधेरा मैं
तुम धूप सुनहरी
मैं उदास तालाब
तुम नदी जल भरी... <४>
तुम मेरी धडकन
मैं हूं बेचैन दिल
जब से तुम आयी
जिंदगी झिल-मिल... <५>
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