Wednesday, August 14, 2019

फूल बनकर... Flower... Hindi Poem... Hindi Kavita... हिंदी कविता...







फूल बनकर मुरझाने से अच्छा हैं...
मैं कांटा बन जाऊं...
 

जो कांटा किसी को 
कभीं नहीं चुभेगा...
वो कांटा सिर्फ फुलों की 
हिफाजत करेगा...
 

तेरे से दूर जाने से अच्छा हैं...
मैं तेरे पास आ जाऊं...
इक बार तेरे पास आने के बाद,
मैं वापस कहीं ना जाऊं...
 

सारी उम्र तेरा पास ही रहूं....
 
 
 
 


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