दुःख अपने मसल न पाये हम
जिंदगी को बदल न पाये हम
छोडा हैं साथ प्यार ने मेरा
दिल से उनके निकल न पाये हम
आयीं नजदीक हैं तबाही ये
मौत से जूझे, ढल न पाये हम
दे रहे हाँथ अपने सब मुझको
पकड़कर हाँथ चल न पाये हम
देखा हैं चेहरा उन्हीं का पर
फिर भी क्यूं लिख गज़ल न पाये हम
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