प्यार... प्रेम... Love... हिंदी कविता... Hindi Poem...
बंद करूं आंखें
तो तुम दिखते हो...
खुली आंखों से
तुम सपनों में सजते हो...
अधुरी हैं जिंदगी
मेरी तुम्हारे सिवा
नहीं मेरा वजूद कोई
इक जीने के सिवा...
पुकारती हूं तूम्हें
चले आओ तुम
मैं और तुम
बन जाये हम...
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