Uma Patil
Monday, December 16, 2019
नशीली... हिंदी कविता... Hindi kavita... Hindi Poem...
तेरी नशीली आंखों में
यूं डूब जाऊ मैं
की वापस आने का
रास्ता मुझे
कभी भीं ना मिले...
मैं गुम हो जाऊ
तेरी घनीं जुल्फों में,
की फिरसे मैं सुलझ न पाऊं...
मैं तुझे चाहता हूं...
क्या तू भी मुझे उतना ही
चाहती हैं...
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